Not known Details About Gangster Shayari
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना
आखिर मेरे ही हाथ से निकले परिंदे है ये !!
हम बदमाशी के स्टूडेंट है, हम समझते नहीं है अपने दुश्मनो को, सीधा जान से मार देते हैं!!
टूटे हुए दिल के हर टुकड़े से तुम्हें चाहना मेरी आदत सी है
गली के कुत्ते पहले भोकते हैं फिर काटने लगते हैं,
तेरे पापा से कह दे कभी हमारा इलाक़ा घुमकर देखें, सिर्फ नाम ही काफ़ी है उनके जमाई का..!!
कोशिश तो सबकी जारी है, वक़्त बताएगा कौन किस पर भारी है!!
तुमको क्या लगता था, हम लौटेंगे नहीं, जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं!!
हम तो वैसे ही जिएंगे जैसे हम read more जीना चाहते है !!
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना !!
मुझे हरा कर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजूर है, लेकिन धोखा देने वालो को मैं दोबारा मौका नहीं देता!!
जबसे हम लोगो के असली रंग पहचानने लगे है, तब से लोग हमें अपना दुश्मन मानने लगे है!!
हम तो वो है जिन्हें देख के मुश्किलें भी शर्मिंदा है !!
जिस दिन सामना होगा उस दिन हस्ती मिटा देंगे।